गंगा दशहरा स्नान पर्व भी आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। गुरुवार को सुबह से शाम तक करीब 26 लाख लोगोें ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान करने के बाद दान करके पुण्य कमाया। इसके बाद हरिद्वार के प्रमुख मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की। स्नान को लेकर पुलिस की तरफ से चाक चौबंद व्यवस्थाएं की गई थी।
स्नान संपन्न होने पर अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली। मान्यता है कि भागीरथ ऋषि अपने पुरखों के उद्धार के लिए मां गंगा को धरती पर लेकर आए थे। इसलिए गंगा को मोक्षदायिनी और पतित पावनी कहा जाता है। सनातन धर्म में मां गंगा के प्रति अटूट आस्था है। गंगा दशहरा स्नान के लिए दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे थे।