uttarakhand ex cm harish rawat: ऋषिकेश। देहरादून में बजट सत्र के फैसले पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर कड़ा हमला बोला। कहा कि, सरकार पलायन रोकने का दावा करती है, लेकिन खुद उसे पहाड़ (गैरसैंण) चढ़ने में ठंड लग रही है। बोले, यह राज्य की जनभावना का अपमान है। पूर्व सीएम बोले, सरकार की कमियों से उपनल और अतिथि शिक्षकों का भविष्य संकट में है। प्रशासनिक और राजनीतिक संरक्षण में राज्य ‘उड़ता उत्तराखंड बनने की दिशा में बढ़ रहा है। कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में जन परिवर्तन के बूते पांचों सीटों पर जीत दर्ज करेगी। तहसील मार्ग पर शैल विहार स्थित कांग्रेस नगर अध्यक्ष राकेश मियां के कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान वह सरकार की नीतियों पर जमकर बरसे। कहा कि सरकार के पास प्रदेश के विकास का कोई मॉडल नहीं है। पहाड़ से मैदानी शहरों में लोगों का पलायन, जलवायु परिवर्तन के साथ राज्य के लिए जल्द ही नई मुसीबत की चेतावनी है। गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित करने की बजाय सरकार खुद पलायन कर देहरादून में आयोजन कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस के समय सात वर्ष तक उपनल और अतिथि शिक्षक के रूप में काम करने वालों को नियमित किया है, मगर भाजपा सरकार में इन कर्मचारियों की न तो सेवा की सुरक्षा है और न ही भविष्य सुरक्षित है। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते नशे के प्रचलन पर भी चिंता जाहिर की। बोले, नशे के धंधे को प्रशासनिक और नेताओं का संरक्षण प्रदेश की युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। लोकसभा चुनाव में उन्होंने जन परिवर्तन के बूते पांचों सीटों पर जीत का दावा किया। उन्होंने कांग्रेस से बेटे को लोकसभा चुनाव में टिकट की इच्छा भी जाहिर की। मौके पर मनीष शर्मा, जयेंद्र रमोला, कपिल शर्मा, अभिनव मलिक, मधु मिश्रा आदि मौजूद रहे।