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सम्पूर्ण देहदान संकल्प हेतु रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा तथा धर्मपत्नी मेजर प्रेमलता वर्मा ‌सम्मानित

दधीचि देहदान समिति, देहरादून, उत्तराखंड द्वारा आई० एम० ए० ब्लड बैंक के सभागार में आयोजित भव्य समारोह में रक्तदान , नेत्रदान , अंगदान तथा देहदान करने वाले समाजसेवियों तथा उनके स्वजनों को सम्मानित किया गया।
समारोह में रक्तदाता शिरोमणि अनिल वर्मा, यूथ रेडक्राॅस कमेटी को जहां मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 152 बार रक्तदान करने हेतु सम्मानित किया , वहीं दूसरी ओर कार्यक्रम अध्यक्ष तथा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव डॉ० अजय खन्ना, दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व‌ निदेशक डॉ आशुतोष सयाना, पूर्व आई० जी० श्री एस एस कोठियाल तथा दून मेडिकल कॉलेज नेत्र विभागाध्यक्ष डॉ० यूसुफ रिज़वी ने समाजसेवी श्री अनिल वर्मा तथा उनकी धर्मपत्नी मेजर प्रेमलता वर्मा को मानवता के लिए नेत्रदान, अंगदान तथा सम्पूर्ण देहदान का संकल्प लेने हेतु “संकल्प पत्र” प्रदान करके सम्मानित किया।
इनके अतिरिक्त अंगदान व नेत्रदान कर चुके व्यक्तियों के परिवार जनों तथा संकल्प लेने वाले व्यक्तियों को भी सम्मानित किया।
समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत , आई एम ए के प्रदेश महासचिव डॉ० अजय खन्ना, दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ० आशुतोष सयाना, आर एस एस के प्रांत प्रचारक डॉ० शैलेन्द्र , दून मेडिकल कॉलेज नेत्र विभागाध्यक्ष डॉ० यूसुफ रिज़वी ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहदान सर्वोत्तम पुण्य का कार्य है। इससे न केवल नेत्रदान के माध्यम से अनेक दृष्टिहीन लाभान्वित होते हैं बल्कि अंग प्रत्यारोपण से भी अनेक लोगों को जीवनदान मिलता है। साथ ही मृतदेह को जला देने से जहां पर्यावरणीय नुकसान होता है वहीं मृत देह चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को शिक्षित करने तथा अनुसंधान करने में बहुत सहायक सिद्ध होती है। उन्होंने उत्तराखंड में वृहद स्तरपर जन-जागरूकता करते हुए इसे सामाजिक आंदोलन बनाने की अपील की।
आई० एम० ए० के प्रदेश महासचिव डॉ० अजय खन्ना ने प्रदेश में वैस्कुलर ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन की आवश्यकता एवं महत्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए उत्तराखंड में इसके शीघ्र प्रारंभ की संभावना व्यक्त की।
दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ० आशुतोष सयाना ने बताया कि उत्तराखंड में यथाशीघ्र “सोटो” (स्टेट आर्गन एण्ड टिश्यू ट्रान्सप्लांटेशन आर्गेनाइजेशन) की स्थापना हो जायेगी। साथ ही दून मेडिकल कॉलेज में किडनी ट्रांसप्लांटेशन भी शुरू हो जायेगा। जहां तक प्रश्न कोर्निया ट्रान्सप्लांटेशन का है तो हल्द्वानी में आई बैंक का कुशल संचालन किया जा रहा है जिसमें अभी तक दस से अधिक कोर्निया ट्रान्सप्लांटेशन हो चुका है।
मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ० शैलेन्द्र ने देहदान का संकल्प लेने वालों की सराहना करते हुए कहा कि देहदान का संकल्प लेना सरल है परन्तु मृत्योपरांत जब परिजन भावनात्मक होकर देहदान के प्रति उदासीन या अनिच्छुक रहते हैं , ऐसे समय में मृत व्यक्ति के देहदान संकल्प को पूरा करवा लेने वाले परिजन वंदनीय हैं।
इससे पूर्व यज्ञ का आयोजन किया गया तथा दधीचि देहदान समिति की वेबसाइट भी लांच की गई।
इस अवसर पर दून मेडिकल कॉलेज के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ एम के पंत , दधीचि देहदान समिति के अध्यक्ष डॉ० मुकेश गोयल, महासचिव एडवोकेट नीरज पांडेय, कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार अरोड़ा , सचिव सुमित अदलखा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।