Home उत्तराखंड आज केदार घाटी में फिर हैली दुर्घटना में सात लोगों की मौत

आज केदार घाटी में फिर हैली दुर्घटना में सात लोगों की मौत

Today again seven people died in a helicopter accident in Kedar Valley
Today again seven people died in a helicopter accident in Kedar Valley

देहरादून। उत्तराखंड की चार धाम यात्रा शुरू हुए अभी एक महीना कुछ दिन ही हुए हैं लेकिन आज पांचवीं हैलीकॉप्टर दुर्घटना हो गई जिसमें पांच लोगों की जान जाने की सूचना है जो अत्यंत दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए पूरी तरह से उत्तराखंड की भाजपा सरकार की लचर व लापरवाह हवाई सेवा नियमावली है यह बात उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने आज सुबह तड़के हुई हैली दुर्घटना की सूचना मिलते ही रुद्रप्रयाग से आधिकारिक जानकारी प्राप्त करने के बाद जारी अपने बयान में कही। श्री धस्माना ने कहा कि विगत दिनों प्रदेश में चल रही हैली सेवाओं के बारे में उन्होंने राज्य सरकार से प्रदेश में एयर ट्रैफिक कंट्रोल नियमावली कड़ाई से लागू करने की मांग की थी और बाकायदा इस बात पर पार्टी द्वारा सख्त आपत्ति दर्ज करवाई गई थी कि हैली कंपनियां पैसा कमाने की आपाधापी और प्रतिस्पर्धा में नियमों की धज्जियां उड़ा रही हैं जिससे यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। श्री धस्माना ने कहा कि आज केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़े हैली ने खराब मौसम के बावजूद उड़ान भरी और पांच मिनट में जंगल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। श्री धस्माना ने कहा कि उनको जानकारी मिली कि इसकी उड़ान के बाद दो हैली और उसी जगह से उड़े किंतु इस हैली के दुर्घटनाग्रस्त होते ही वो वापस हो गए और सुरक्षित लैंड हो गए। श्री धस्माना ने कहा कि हैली सेवाओं के बारे में मुख्यमंत्री ने जो आदेश निर्देश दिए वो मात्र बंदर घुड़की साबित हो रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री की चेतावनी के मात्र दो दिन बाद खराब मौसम में हैली उड़ाना यही साबित कर रहा है कि हैली कंपनियां पैसा कमाने के लिए कोई भी जोखिम उठने के लिए तैयार हैं।

प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना ने एक बार फिर राज्य सरकार से मांग करी कि वो हैली सेवाओं के मामले में सख्ती से और ट्रैफिक नियमावली को लागू करवाए व यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि हेलिकॉप्टर्स की सफाई ऑडिट व उनके अन्य सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू किया जाए।