विकासनगर। मन्नत पूरी होने पर जौनसार बावर में एक रात्रि प्रवास पर देवता को अपने घर ले जाने की परंपरा सदियों चली आ रही है। इसी परंपरा के तहत कनबुआ गांव स्थित प्राचीन शिलगुर विजट महाराज मंदिर से देवता एक रात्रि प्रवास पूजन के लिए दातनू पहुंचे। दातनू निवासी राजेंद्र सिंह ने कई वर्षों पूर्व सुख समृद्धि की कामना की थी, जिसके लिए उन्होंने देवता की छड़ी और देव डोरिया को अपने घर पर आमंत्रित करने के लिए मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने पर गुरुवार को वो अन्य ग्रामीणों के साथ शिलगुर विजट देवता मंदिर कनबुआ गांव पहुंचे। शुक्रवार सुबह शुभलग्न के अनुसार विधि विधान से देव छड़ी और डोरिया को मंदिर से बाहर निकालकर दातनू गांव के लिए प्रस्थान किया। साहिया पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने देव डोरिया और देव छड़ी के दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की। वहीं साहिया से दातनू गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने शिलगुर विजट महाराज के डोरिया व देव छड़ी का स्वागत कर पूजा अर्चना की। शनिवार सुबह देवता अपने मूल मंदिर को प्रस्थान करेंगे। इस दौरान देव पुजारी सोनू शर्मा, वजीर शांति सिंह पवार, भंडारी संतान सिंह, देवमाली धन सिंह, मुकेश, नारायण सिंह, खजान सिंह, सुरेंद्र पंवार, कृपाल बिष्ट आदि मौजूद रहे।