हरिद्वार(आरएनएस)। देव संस्कृति विश्वविद्यालय में लोक संस्कृति को बचाने के लिए देव डोली समागम हुआ। इसमें विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी और आध्यात्मिक गुरु ज्ञानानंद महाराज ने भी अपने विचारों से सभा को प्रेरित किया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या के साथ अतिथियों ने मृत्युंजय सभागार में कार्यक्रम की शुरुआत की। डॉ. चिन्मय पंड्या ने भारतीय संस्कृति की जीवंत धरोहर को संरक्षण देने और इसे आधुनिक युग के साथ जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हम न केवल अपनी लोक परंपराओं का पुनर्निर्माण करते हैं, बल्कि भावी पीढ़ियों को भी अपनी जड़ों से जोड़ते हैं।