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महाराज ने की विधानसभा अध्यक्ष से शिष्टाचार भेंट

Maharaj made a courtesy call on the Speaker of the Assembly
Maharaj made a courtesy call on the Speaker of the Assembly

देहरादून। प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण से उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की।

प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण से उनके यमुना कॉलोनी स्थित आवास पर शिष्टाचार भेंट कर
विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार सहित प्रदेश के समग्र विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा की। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में हो रहे विभिन्न कार्यों के साथ साथ कोटद्वार में हो रहे विकास कार्यों के बारे में भी विधानसभा अध्यक्ष को अवगत कराया।

बीआईएस निदेशक सौरभ तिवारी ने की राज्यपाल से भेंट

BIS Director Saurabh Tiwari met the Governor
BIS Director Saurabh Tiwari met the Governor

देहरादून(आरएनएस)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से गुरुवार को राजभवन में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के निदेशक सौरभ तिवारी ने भेंट कर उत्तराखण्ड में चलाए जा रहे अभियान और कार्यक्रमों की जानकारी दी।
इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो गुणवत्ता, मानकीकरण और उपभोक्ता सुरक्षा के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने बीआईएस के कार्यों की सराहना करते हुए इसे उद्योगों, उपभोक्ताओं और शिक्षण संस्थानों के साथ अधिक व्यापक स्तर पर जोड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया। राज्यपाल ने कहा बीआईएस विभिन्न विभागीय अधिकारियों, ग्राम प्रधानों, स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को भी मानकों के महत्व के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें जिससे सभी लोग इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।
राज्यपाल ने कहा कि बीआईएस को स्थानीय उत्पादों, विशेष रूप से उत्तराखण्ड के जैविक और पारंपरिक उत्पादों, को मानक प्रदान करने के लिए काम करना चाहिए। यह कदम उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने और उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में पहचान दिलाने में सहायक होगा। उन्होंनें महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के मानकीकरण, गुणवत्ता और वैल्यू एडिशन में सहयोग करने को भी कहा। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक श्याम कुमार भी उपस्थित रहे।

प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी  कुश मिश्रा और निशा यादव ने राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट  की

Trainee IPS officers Kush Mishra and Nisha Yadav paid a courtesy call on the Governor
Trainee IPS officers Kush Mishra and Nisha Yadav paid a courtesy call on the Governor

देहरादून(आरएनएस)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से गुरुवार को राजभवन में प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों कुश मिश्रा और निशा यादव ने शिष्टाचार भेंट की। राज्यपाल ने दोनों अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति सजग रहने और ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा तथा अनुशासन के साथ अपने दायित्व निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि देश और समाज की सेवा करने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। राज्यपाल ने दोनों अधिकारियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों का समर्पण और परिश्रम समाज के विकास और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।

राज्यपाल को प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ-2025 में प्रतिभाग हेतु आमंत्रित किया

Governor invited to participate in Maha Kumbh-2025 to be held in Prayagraj
Governor invited to participate in Maha Kumbh-2025 to be held in Prayagraj

देहरादून(आरएनएस)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से गुरुवार को राजभवन में उत्तराखण्ड की पूर्व राज्यपाल एवं वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ-2025 में प्रतिभाग हेतु आमंत्रित किया।

सीएम धामी ने किया पवेलियन मैदान में चल रहे लॉन बाल कैंप का निरीक्षण

CM Dhami inspected the lawn ball camp going on in the Pavilion ground
CM Dhami inspected the lawn ball camp going on in the Pavilion ground

देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को देहरादून के पवेलियन मैदान में चल रहे लॉन बाल कैंप का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की। खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद भी मैदान पर उतरते हुए लॉन बॉल में हाथ आजमाया। मुख्यमंत्री ने कैंप में मौजूद खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और अधिकारियों को आगामी 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं और सरकार उनके हरसंभव सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को मेहनत और अनुशासन के साथ खेल के प्रति समर्पित रहने को कहा।
इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा, खेल निदेशक प्रशांत आर्य, धीरेंद्र पंवार सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तराखंड लागू करेगा देश की प्रथम योग नीति  : मुख्यमंत्री

Uttarakhand will implement the country's first yoga policy: Chief Minister
Uttarakhand will implement the country's first yoga policy: Chief Minister

– 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो-2024 में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी जानकारी
– केंद्र सरकार से उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान खोलने का अनुरोध किया
देहरादून(आरएनएस)।   मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रदेश सरकार देश की ’प्रथम योग नीति’ लागू करने की दिशा में कार्य कर रही है। योग नीति आयुर्वेद और योग को व्यापक स्तर पर साथ लाकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई क्रांति लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। गुरुवार को परेड ग्राउंड में आयोजित 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो-2024  को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में इस आयोजन के लिए प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ये हमारे लिए गर्व का विषय है कि हमारे प्रदेश में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और 6000 से अधिक विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। एक्सपो में लगाए गए 250 से अधिक स्टॉल आयुर्वेद की वैश्विक स्तर पर स्वीकार्यता का प्रमाण दे रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह सम्मेलन आयुर्वेद के क्षेत्र में परस्पर ज्ञान साझा करने व विभिन्न शोध कार्यों को बढ़ावा देने के साथ-साथ सहयोग और व्यापार के नए अवसरों को बढ़ावा देगा। उन्होंने आयुष के क्षेत्र में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन से राज्य सरकार भी प्रदेश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर कार्य कर रही है। वर्तमान में हमारे राज्य में आयुष आधारित 300 ’आयुष्मान आरोग्य केंद्रों’ का संचालन हो रहा है। ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 70 से अधिक विशेषज्ञों द्वारा आयुष परामर्श प्रदान किया जा रहा है। अब प्रत्येक जनपद में 50 बेड और 10 बेड वाले आयुष चिकित्सालयों की स्थापना की जा रही है। इसके अलावा सरकार प्रत्येक जनपद के एक गांव को मॉडल आयुष गांव के रूप में स्थापित कर आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के उत्पादन को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आयुष निर्माण, वेलनेस, शिक्षा, शोध और औषधीय पौधों के उत्पादन को गति प्रदान करने के लिए ’उत्तराखंड आयुष नीति’ लागू कर चुकी है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार आगामी वर्षों में आयुष टेली-कंसल्टेशन प्रारम्भ करने के साथ-साथ 50 नए योग और वेलनेस केंद्र स्थापित करने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना के लिए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय से अनुरोध किया है, ये संस्थान आयुर्वेद शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री ने विशेषज्ञों से आह्वान करते हुए कहा कि हमारी जड़ी-बूटियों के हिंदी नामों के साथ ही अंग्रेजी नामों को भी प्रचारित किया जाए। इससे स्थानीय जड़ी बूटियों की वैश्विक बाजार तक पहुंच आसान हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ में हम ’किलमोड़े’ को जानते है लेकिन उसके अंग्रेजी नाम ’बेरीबेरीज’ को अधिकतर लोग नहीं जानते हैं जबकि इस नाम को पूरा विश्व जानता है और इससे दवाएं बनती हैं। इसलिए अंग्रेजी नाम भी प्रचारित किया जाना चाहिए।
उत्तराखंड आयुर्वेद की प्रज्ञा भूमि
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड प्राचीनकाल से ही आयुर्वेद और औषधीय संपदा की प्रज्ञा भूमि रही है। हमारे प्रदेश में पाए जाने वाली औषधीय जड़ी-बूटियों ने आयुर्वेद को आरोग्य के आधारभूत तत्व के रूप में स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद विश्व की एक ऐसी विशिष्ट चिकित्सा प्रणाली है जो प्राचीनकाल से ही मानव सभ्यता का आरोग्य सुनिश्चित करती आ रही है। आयुर्वेद मात्र जड़ी-बूटियों और औषधियों तक ही सीमित नहीं है बल्कि आयुर्वेद जीवन जीने की एक विशिष्ट कला है। ये हमें सही जीवन शैली के बारे में बताता है, इसका उद्देश्य रोगों को ठीक करना ही नहीं है बल्कि इसका अंतिम लक्ष्य रोग को होने ही न देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित ’राष्ट्रीय आयुष मिशन’ और ’प्रकृति परीक्षण अभियान’ जैसे विभिन्न कार्यक्रम आज शहरों से लेकर गांवों तक आरोग्य स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने एक्सपो का विधिवत शुभारंभ करने के बाद स्टॉल का भी निरीक्षण किया।
एक छत के नीचे मिलेगी आयुर्वेद की दवाएं
केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रताप राव जाधव ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस साल के दौरान आयुष के क्षेत्र में हुई पहलों से आयुष उत्पाद निर्माण में आठ गुना बढ़ोत्तरी हुई है। अब आयुष और हर्बल उत्पाद विश्व के 150 से अधिक देशों में निर्यात हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद भी अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग उपकरणों के जैसी तकनीकी को अपना कर आगे बढ़ रहा है। केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रताप राव जाधव ने कहा कि भारत में लोग सामान्य तौर पर आयुर्वेद से उपचार पसंद करते हैं, लेकिन गांव देहात में तक डॉक्टर एलोपैथिक दवाओं का ज्यादा परामर्श देते हैं। ऐसा शायद इसलिए होता है क्योंकि आयुर्वेद की एक तो दवा कम है, फिर सारे रोगों की सारी दवाएं एक ही जगह पर मिलनी तकरीबन मुश्किल होती हैं। इसलिए केंद्र सरकार सभी जिला, तहसील और गांव स्तर पर एक ही छत के नीचे आयुर्वेद की सभी दवाएं उपलब्ध कराने के लिए आयुष औषधि केंद्रों की स्थापना करने का प्रयास कर रही है। ऐसा पहला केंद्र दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में शुरू हो चुका है। देशभर में ऐसे केंद्र खुलने से आयुष चिकित्सक परामर्श में आसानी से दवा लिख सकेंगे। उन्होने कहा कि विश्व आयुर्वेद कांग्रेस नवीन विचारों, प्राचीन संस्कृति और नवाचारों का संगम साबित होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चार दिनों तक चलने वाले इस आयोजन के दौरान आस पास के हजारों लोग यहां स्टॉल का भ्रमण करेंगे। यह आयोजन व्यावसायिक अवसरों के लिए भी मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए ही केंद्र सरकार ने देशभर में 29 अक्तूबर से प्रकृति परीक्षण अभियान शुरू किया है, जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय में सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि  विश्व आयुर्वेद सम्मेलन के आयोजन से आयुष पद्धति को वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने में मदद तो मितती ही है, साथ ही आयोजन वाले क्षेत्र के आस पास इस सेक्टर की ग्रोथ भी बढ़ती है। उन्होंने इस आयोजन के लिए उत्तराखंड का आदर्श राज्य बताते हुए कहा कि आयुर्वेद की पुस्तकों में वर्णित कई जड़ी बूटियां हिमालय में मिलती हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने भेजा संदेश
सम्मेलन में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर भेजे गए संदेश को पढ़ा। उद्घाटन सत्र को राष्ट्रीय आयोजन सचिव, विज्ञान भारती डॉ. शिव कुमार शर्मा, दसवें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के चेयरपर्सन वैद्य  पीएम वॉरियर, उत्तराखंड शासन में सचिव आयुष रविनाथ रमन ने भी संबोधित किया।
इस मौके पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री  सतपाल महाराज,  प्रेमचंद अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, सविता कपूर, उमेश शर्मा काऊ, किशोर उपाध्याय, झांसी के सांसद अनुराग शर्मा, आचार्य बालकृष्ण प्रमुख तौर पर शामिल हुए।

डॉ. एमसी आर्य राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित

Dr. MC Arya honoured with National Award
Dr. MC Arya honoured with National Award

रुद्रपुर। भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सितारगंज के इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एमसी आर्य को डॉ. बीआर आंबेडकर फेलोशिप राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया है। आठ दिसंबर को दिल्ली में आयोजित 40वें राष्ट्रीय दलित साहित्यकार सम्मेलन में डॉ. आर्य को सम्मानित किया गया। डॉ. आर्य ने कहा कि यदि समाज के वंचित वर्गों को समान अवसर और सम्मान मिले तो वह न केवल अपनी पहचान बना सकते हैं, बल्कि समाज के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

मंत्री बहुगुणा ने समिति को शव वाहन देने की घोषणा की

Minister Bahuguna announced to provide hearse to the committee
Minister Bahuguna announced to provide hearse to the committee

रुद्रपुर। मुक्तिधाम सेवा समिति के पदाधिकारी सोमवार को कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा से मिले। उन्होंने मंत्री को ज्ञापन देकर शव वाहन देने का अनुरोध किया। इस पर मंत्री ने शव वाहन मुहैया कराने की घोषणा की। समिति पदाधिकारियों ने मुक्तिधाम में बच्चा श्मशान घाट की चाहरदीवारी बनाने के लिए आभार जताया। इस दौरान समिति के सुरेश जैन, नरेश कंसल, महेश मित्तल, संपतराम गोयल, दीपक गोल्डी, भोला सिंह, सौरभ सक्सेना, संजय गोयल, अजीत सिंह जोशन, राजेश जिंदल, सुरेश सिंघल, राकेश त्यागी, पंकज रावत, राकेश गुप्ता मौजूद रहे।

पांच साल से फरार वारंटी को नवाबगंज से पकड़ा

Warrantee absconding for five years caught from Nawabganj
Warrantee absconding for five years caught from Nawabganj

चम्पावत। विभिन्न मामलों में फरार चल रहे वारंटी की गिरफ्तारी का अभियान तेज हो गया है। चल्थी चौकी पुलिस ने नबावगंज, बरेली से पांच साल से फरार चल रहे एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है। बीते एक माह में पांच फरार आरोपी दबोचे जा चुके हैं। चम्पावत के कोतवाल पीएस नेगी ने बताया कि न्यायालय से प्राप्त निर्देशों के क्रम में कहारान, नवाबगंज, बरेली से पांच साल से फरार आरोपी महेश चंद्र (60) पुत्र भोलेनाथ को हिरासत में लिया गया है। आरोपी के खिलाफ वर्ष 2019 में चल्थी चौकी में फौजदारी और एनडीपीएस एक्ट में मामले दर्ज किए गए थे। चल्थी चौकी प्रभारी निर्मल सिंह लटवाल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बरेली जाकर अभियुक्त को नियमानुसार गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। पुलिस टीम में हेड कांस्टेबल भुवन लाल और विकास आदि शामिल रहे।

डीएम तिवारी की अध्यक्षता में हुई खनिज फाउंडेशन न्यास निधि प्रबंधन समिति की बैठक

Mineral Foundation Trust Fund Management Committee meeting held under the chairmanship of DM Tiwari
Mineral Foundation Trust Fund Management Committee meeting held under the chairmanship of DM Tiwari

– खनन प्रभावित क्षेत्रों में प्रस्तावित कार्यों पर दी गई सहमति
चमोली(आरएनएस)।   जिलाधिकारी संदीप तिवारी की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में जिला खनिज फाउंडेशन न्यास निधि की प्रबंधन समिति की बैठक हुई। जिसमें जनपद के खनन प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु विभागों से उपलब्ध प्रस्तावों की समीक्षा के साथ ही जनहित से जुड़े विभिन्न कार्यो पर सहमति प्रदान की गई। प्रबंधन समिति की बैठक में विभागों द्वारा 35 कार्यो के प्रस्ताव रखे गए। जिसमें उच्च प्राथमिकता क्षेत्र से जुड़े 234.75 लाख के 06 प्रस्ताव और अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्र के 563.61 लाख के 29 प्रस्ताव शामिल थे। विभागों द्वारा प्रस्तावित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा के साथ अधिकांश प्रस्तावों पर सहमति प्रदान की गई। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि खनन प्रभावित क्षेत्रों में स्वीकृत कार्यो का शीघ्र टेंडर करते हुए काम शुरू किया जाए। कार्य करने से पूर्व एवं कार्य पूर्ण होने के बाद की फोटाग्राफ सहित रिपोर्ट उपलब्ध करें। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। निर्माण कार्यो में डुप्लीकेशी न हो इसके लिए कार्यदायी संस्था स्वीकृत कार्य हेतु प्रमाण पत्र भी उपलब्ध करें। जिन विभागों ने अभी तक प्रस्ताव नहीं दिए है वो शीघ्र उपलब्ध करें, ताकि खनन प्रभावित क्षेत्रों में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु स्वीकृति दी जा सके। बैठक में गोपेश्वर सिंचाई खंड की ओर से प्रस्तावित कार्यो की आधी अधूरी जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता और कनिष्ठ अभियंता को चेतावनी जारी करते हुए पूर्ण जानकारी एवं तैयारी के साथ बैठक में प्रस्ताव रखने की सख्त हिदायत भी दी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार, अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अभिषेक गुप्ता, मुख्य शिक्षा अधिकारी धर्म सिंह रावत, लोनिवि के अधिशासी अभियंता राजवीर सिंह चौहान, ग्रामीण विभाग के अधिशासी अभियंता अला दिया, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अरविंद नेगी, परशुराम चमोला सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।