गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार के तत्ववाधान में बाबा दीप सिंह जी का जन्म दिन और सातवें गुरु श्री हरिराय साहिब जी व भगत रविदास जी का पावन प्रकाश पर्व कथा -कीर्तन के रूप में श्रद्धा एवं उत्साह पूर्वक मनाया गया l
प्रात: नितनेम के पश्चात हज़ूरी रागी भाई चरणजीत सिंह ने आसा दी वार का शब्द “धनि धनि हमारे भाग घर आइआ पिरु मेरा” का गायन किया,गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के हजूरी रागी जत्था भाई गुरदियाल सिंह जी ने “निमख न बिसरउ तुम कउ हरि हरि सदा भजहु जगदीस” शब्दों का गायन किया। ज्ञानी शमशेर सिंह जी हैंड ग्रंथी ने कहा कि बाबा दीप सिंह जी ने अपने जीवन में गुरु गोविंद सिंह जी के उपदेश को पालते हुए अपने गांव के इलाकों व दमदमा साहिब में गुरु जी की शिक्षा का प्रचार किया, गुरु हरिराय साहिब जी ने किरतपुर में कुदरत की संभाल करते हुए 52 बाग लगवाऐ व बहुत बड़ा दवाखाना तैयार किया, भगत रविदास जी ने अपने जीवन में सच के मार्ग को अपनाया लोगों ने उन्हें छोटी जाति का कहा,पर भगत जी ने प्रभु की भगती नहीं छोड़ी,सभ को मिलकर प्रभु के गुण गायन का उपदेश दिया, भाई सतवंत सिंह जी हजूरी रागी जत्थे ने ‘सगल भवन के नाइका इकु छिनु दरसु दिखाइ जी’ का शब्द गायन किया, कार्यक्रम में विशेष रूप से आऐ हुए भाई प्रीतम सिंह जी ‘प्रीत’ के जत्थे ने ‘हउमै रोगु गइआ सुखु पाइआ धनु धनु गुरु हरि राइआ व राम गुसईआ जीअ के जीवना, मोहि न बिसारहु मैं जनु तेरा’ आदि शब्दों का गायन किया।।आज ही बदले अपनी सेहत के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं कल्याण कोच गरिमा शर्मा एवं नीमरत शर्मा ने गुरद्वारा साहिब में शिविर लगा कर बताया कि अपना खान पान उम्र के हिसाब से बदले, बजन को कंट्रोल कैसे करना, शरीर कि साफ सफाई कैसे करनी चाहिए, घर बैठ कर किन किन तरीकों से कमाई की जा सकती है के उपाय बताये।।