हरिद्वार। उत्तरी हरिद्वार की प्रख्यात संस्था वेद निकेतन धाम में मानव सेवा विश्वकल्याण चैरिटेबल ट्रस्ट धामपुर के तत्वाधान में महाशिवपुराण कथा मर्मज्ञ पंडित राधेश्याम व्यास के सानिध्य में आचार्य शशिकांत वशिष्ठ ने अपने मुखारविंद से श्रद्धालु भक्तों को शिव महापुराण के महत्व को बताते हुए बताया कि श्राद्ध पक्ष में गंगा तट के किनारे शिव महापुराण का श्रवण करने से जीवन के सभी संताप समाप्त हो जाते हैं और जीवन सुखमय बन जाता है। उन्होंने बताया कि पितृपक्ष के आत्म शांति के लिए श्राद्ध पक्ष में शिव महापुराण अनुष्ठान कराना चाहिए। जिससे परिवार व समाज में सुख, शांति, समृद्धि बनी रहती है। बिना शिव महापुराण सुने मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती। सभी पुराणों में शिव महापुराण सर्वश्रेष्ठ महापुराण है। इसका पठन-पाठन करने से हमारे पितृ प्रसन्न होते हैं और हमें आशीर्वाद देते हैं। इस अवसर पर शिव महापुराण कथा के मर्मज्ञ पंडित राधेश्याम कथा व्यास ने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन में कम से कम एक बार महाशिवपुराण का श्रवण जरूर करना चाहिए तभी पितरों की शांति होती है और जीवन सुखमय बन जाता है। मुख्य यजमान अरुण कुमार पांडे इलाहाबाद, राघवेंद्र नारायण सिंह पटना, सूरजपाल, विमलेश देवी दिल्ली, सिंबू शेखावत राजस्थान, अशोक कुमार हमीरपुर, रजनी पानीपत, राजेंद्र प्रसाद शर्मा राजस्थान, सूरज कुमार त्रिपाठी जमशेदपुर, संगीता व सुरेंद्र कश्यप पानीपत आदि श्रद्धालु भक्तों ने शिव महापुराण कथा का श्रवण किया।