Home उत्तराखंड गोष्ठी में शरद कालीन गन्ने की बुवाई की दी जानकारी

गोष्ठी में शरद कालीन गन्ने की बुवाई की दी जानकारी

गन्ना विकास संस्थान एवं प्रशिक्षण केंद्र काशीपुर में प्रदेश स्तरीय गन्ना किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में वैज्ञानिकों और अधिकारियों व जैविक प्रशिक्षक से किसानों को जैविक खेती के साथ ही उन्नति खेती करने के तौर-तरीके बताए गए।
शुक्रवार को प्रदेश स्तरीय गन्ना किसान गोष्ठी का शुभारंभ गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग आयुक्त हंसा दत्त पांडे ने किया। गन्ना शोध केंद्र ऊधमसिंह नगर के प्रभारी अधिकारी एएस जीना ने प्रोजेक्टर के जरिए गन्ने की नई प्रजातियां पैदा करने से लेकर बुआई और पेराई तक के कार्य की जानकारी दी। बताया पंतनगर शोध केंद्र से अब तक कुल 11 नई प्रजातियों का विकास किया जा चुका है। हल्द्वानी के जैविक प्रशिक्षक अनिल पांडेय ने बताया वह 18 वर्षों से जैविक प्रशिक्षक के रूप में 1500 किसानों के बीच जैविक खेती कार्य कर रहे हैं। किसान जैविक उत्पाद करके दाल, गेहूं, चावल, सब्जी, फल व गन्ना बेच रहे हैं। जैविक गन्ने से किसान, महिला समूह, एनजीओ जैविक गुड, जैविक जूस, जैविक खांडसारी, जैविक शक्कर बनाने के लिए छोटी-छोटी यूनिट लगाएं तो निश्चित ही किसानों की आय में बढ़ोत्तरी होगी। गोष्ठी में प्रभारी संयुक्त निदेशक एवं जनसंपर्क अधिकारी नीलेश कुमार, उप आयुक्त प्रभारी हिमानी पाठक, गन्ना शोध केंद्र के प्रभारी अधिकारी एएस जीना, सहायक गन्ना आयुक्त कपिल मोहन, उत्तराखंड जैविक उत्पाद परिषद के टेक्निकल मैनेजर अमित श्रीवास्तव, पंतनगर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ गन्ना वैज्ञानिक रवि मौर्या व जैविक किसान राम सिंह, राकेश लोहनी, बलदेव सिंह, गुरदीप सिंह, हरिंद्र सिंह, मोहित व हरपार सिंह आदि मौजूद रहे।