Home उत्तराखंड सरकार दे रही है “स्नो वेडिंग” को बढावा: महाराज

सरकार दे रही है “स्नो वेडिंग” को बढावा: महाराज

पर्यटन मंत्री बोले नए साल को यादगार बनाने उत्तराखंड आयें पर्यटक

देहरादून। नए साल के पहले दिन काफी पर्यटक देश-विदेश के अलग-अलग स्थानों से उत्तराखंड के पहाड़ी स्थानों पर घूमने के लिए आते रहते हैं। नए साल के पहले दिन को यादगार बनाने के लिए उत्तराखंड के पहाड़ी स्थानों में घूमने के लिए आना काफी अच्छा विकल्प हो सकता है।

उक्त बात नए साल में पर्यटकों को उत्तराखंड आने का आह्वान करते हुए प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि नए साल की शुरुआत के दौरान उत्तराखंड में अगर मौसम ने साथ दिया तो काफी पहाड़ी जगहों पर पर्यटक आने वाले दिनों में बर्फवारी का लुफ्त उठा सकते हैं। इसलिए मेरा पर्यटकों से अनुरोध है कि वह नए साल को सेलिब्रेट करने के लिए उत्तराखण्ड आने से पूर्व होटल, गेस्ट हाउस और होमस्टे के लिए समय से अपनी बुकिंग करवा लें।
क्योंकि समय पर होटल बुक न करने वाले पर्यटकों को होटल, कैम्प की सुविधा मिलना मुश्किल हो जाता है।

श्री महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में देहरादून, मसूरी, धनोल्टी, चकराता, औली, लैंसडौन, नैनीताल, मुक्तेश्वर, कौसानी, रानीखेत, टिहरी झील, ऋषिकेश, नई टिहरी आदि प्रमुख स्थलों में देश-विदेश के सैलानी हर साल नए साल का जश्न मनाने पहुंचते हैं। इस बार भी नए साल में बड़ी संख्या में पर्यटकों के उत्तराखंड पहुंचने की संभावना है।

पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने कहा कि राज्य सरकार स्नो वेडिंग को भी लगातार बढ़ावा दे रही है, जिसके परिणामस्वरूप उत्तराखंड में इन दिनों स्नो वेडिंग का ट्रेंड बढ़ रहा है। देश के अनेक हिस्सों के युवा अब बर्फबारी के बीच सात फेरे लेने के लिए यहां आ रहे हैं।

उन्होने बताया कि उत्तराखंड के नैनीताल, अल्मोड़ा मसूरी और जोशीमठ के औली सहित त्रियुगीनारायण में शादी करने वाले लोग लगातार संपर्क कर रहे हैं और पूछ रहे हैं कि किन जगहों पर आने वाले दिनों बर्फबारी हो सकती है।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में बीते कुछ सालों से इस तरह की शादियां हुई हैं और अब उत्तराखंड वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में नई पहचान भी ले रहा है। उन्होने कहा कि उनका विभाग लगातार मौसम विभाग से समन्वय बनाकर उत्तराखंड में कब कहां कैसे बर्फबारी होगी? इस खबर को भी लगातार सर्कुलेट करवाने का प्रयास कर रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बात की जानकारी मिल सके कि उत्तराखंड में कब और कहां-कहां बर्फबारी शुरू होगी।