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जरूरत पड़ने पर अगले दस साल भी आंदोलन चलाने को तैयार: राकेश टिकैत

रुड़की। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन अब कृषि कानून नहीं बल्कि मोदी सरकार को बदलकर ही खत्म किया जाएगा। इसके लिए किसान 2024 तो क्या, जरूरत पड़ने पर अगले दस साल भी आंदोलन चलाने को तैयार हैं। उन्होंने दिल्ली की तर्ज पर एक दिन देहरादून को सील करने की चेतावनी भी दी। क्सर में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित किसान महापंचायत में टिकैत ने केंद्र सरकार पर जमकर जुबानी हमला किया। उन्होंने कहा सात साल में हमें गांव, कस्बों में धर्म व जाति के नाम पर लड़ाया गया। टिकैत ने दावा किया कि मोदी सरकार जल्दी ही सीड बिल लाने जा रही है। इसके लागू होने के बाद किसान अपनी उपज से खुद बीज नहीं रख पाएगा। फसल की बुआई के लिए उसे कंपनियों के मुंहमांगे भाव पर बीज खरीदना पड़ेगा। खुला सरसों का तेल बेचने पर भी सरकार प्रतिबंध लगा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार किसान को बर्बाद करने की साजिश के तहत काम कर रही है। किसान बर्बाद हुआ तो मजदूर, छोटे कारोबारी भी तबाह हो जाएंगे। टिकैत ने घोषणा की कि किसानों की लड़ाई अब कृषि कानून नहीं बल्कि मोदी सरकार बदलने की है। इसके लिए देश का किसान दस साल भी आंदोलन चलाने को तैयार है। उन्होंने चेतावनी दी कि जल्दी ही दिल्ली की तर्ज पर किसान एक दिन के लिए देहरादून को भी सील करेंगे। उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 27 सितंबर को किए जा रहे भारत बंद में किसान, मजदूर व दुकानदार से समर्थन मांगा।
एमएसपी पर की विस्तार से चर्चा- टिकैत एमएसपी पर भी विस्तार से बोले। कहा कि 25 फसलों की एमएसपी सरकार घोषित करती है। इनमें गेहूं व धान की 25 फीसदी खरीद भी एमएसपी पर नहीं की जाती। बाकी की 23 फसलों को खरीदने की सरकार ने कभी कोशिश नहीं की।
जेल भिजवा दें पर पीछे नहीं हटेंगे- कैत ने आरोप लगाया कि जो भी मोदी या मोदी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ बोलता है, तो उसके पीछे ईडी, सीबीआई को लगाकर उसकी आवाज का गला घोंटा जा रहा है। कहा कि मोदी उन्हें भले ही जेल भिजवाए, पर वे पीछे नहीं हटेंगे।

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