रामनगर : पहाड़ का सफर इन दिनों खतरनाक हो गया है। यहां के रास्तों से अंजान पर्यटक जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। बारिश के बाद अचानक पहाड़ से सड़कों पर आने वाला पानी लोगों के लिए जानलेवा बन रहा है। रामनगर में दोपहर बाद हुई बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए। नेशनल हाईवे रिंगोड़ा नाले पर गाजियाबाद जा रही पर्यटकों की कार अचानक से बहने लग। सड़क से 10 फीट नीचे कार के साथ बहे पर्यटकों के लिए लोग फरिश्ते बनकर आए। उन्होंने पर्यटकों और उनके दो बच्चों को कार का शीशा तोड़कर बचाया। ऐसे में एक बड़ा हादसा होने से टल गया।शनिवार सुबह से ही मौसम का मिजाज बिगड़ा रहा। दोपहर बाद तेज बारिश ने धनगढ़ी व पनोद नाले में वाहनों की आवाजाही बाधित कर दी। नेशनल हाईवे पर रिंगोड़ा नाला अचानक उफान पर आ गया। इसी बीच जिला अल्मोड़ा के मरचूला से गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक फेस निवासी शिवम अग्रवाल अपनी पत्नी अपूर्वा व दो बच्चों के साथ घर जा रहे थे। रिंगोड़ा नाले में पानी का बहाव काफी होने पर उनकी कार बह गई। वह मदद के लिए चिल्लाते रहे, मौजूद लोग भी उन्हें बचाने के लिए दौड़े। कार सड़क से नीचे गिरकर उल्टी हो गई।अपनी जान की परवाह न करते हुए लोग पानी के तेज बहाव में कूद गए। उन्होंने कार के शीशे तोड़कर पर्यटकों व उनके दो बच्चों को बाहर निकाला। मौत के मुंह से बचकर आए पर्यटक काफी देर तक हादसे को याद कर सिहर उठे। इसके बाद पानी कम होने पर उनकी कार को लोगों की मदद से निकालकर सड़क पर लाया गया। कार से वह गाजियाबाद को रवाना हो गए। गिरिजा चौकी इंचार्ज मनोज नयाल ने बताया कि पर्यटकों ने कार बहने से पहले ही अपने उतरने के बयान दर्ज कराए हैं। एक माह पहले ही एक स्कूल के पांच शिक्षकों की कार भी पनोद नाले में बह गई थी। गनीमत रही कि लोगों की मदद से उन्हें बचा लिया गया था। बारिश होने पर हाईवे पर जंगलों का पानी उफान पर आ जाता है।