Home उत्तराखंड बिजली के निजीकरण को लेकर माकपा का प्रदर्शन

बिजली के निजीकरण को लेकर माकपा का प्रदर्शन

CPI(M) demonstration against privatization of electricity
CPI(M) demonstration against privatization of electricity

नई टिहरी। बिजली के निजीकरण और स्मार्ट मीटर के खिलाफ मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (माकपा) ने राज्यव्यापी आह्वान पर नई टिहरी में ऊर्जा निगम के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद ऊर्जा निगम के ईई को ज्ञापन भी सौंपा। धरने के बाद सौंपे गए ज्ञापन में माकपा ने कहा कि वह बिजली के निजीकरण और स्मार्ट मीटर का पुरजोर विरोध करती है। पार्टी ने इसे एक जनविरोधी फैसला बताते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार का चोर दरवाजे से बिजली के निजीकरण की ओर बढ़ाया गया कदम है, जिसका सीधा नुकसान गरीब जनता, किसानों और मजदूरों को होगा।
माकपा ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर के नाम पर सरकार जनता को छलने का काम कर रही है। उदाहरण देते हुए कहा कि पहले एक कंपनी ने मुफ्त में सिम और मोबाइल बांटे थे और अब उसी कंपनी से महंगे टैरिफ वसूलने का काम किया जा रहा है। माकपा का आरोप है कि सरकार की मंशा बिजली और संचार क्षेत्र में रिलायंस, अडानी और टाटा ग्रुप को मजबूत करना है। इसके लिए जनता पर बोझ डालने का काम किया जा रहा है और महंगे स्मार्ट मीटरों की कीमत भी जनता से वसूली जाएगी। माकपा ने चेतावनी दी कि अगर बिजली के निजीकरण को रोका नहीं गया, तो पार्टी जनता के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करेगी। इस मौके पर माकपा के जिला सचिव भगवान सिंह राणा, जय सिंह राणा, कृपा सिंह कठैत, सफर सिंह नेगी, जबर सिंह नेगी, श्रीपाल चौहान, अजमल, नत्थी सिंह कठैत आदि मौजूद रहे।