CA Rajeshwar Painuly: बजट में बहुत खूबसूरती से दीर्घकालिक योजनाओं के साथ साथ तात्कालिक आवश्यकता का भी ध्यान रखा गया है | देखते ही देखते धामी सरकार ने बजट को 40-50 हजार करोड़ से सीधे 89-90 हजार करोड़ तक पहुँच दिया| जो की खुद में यह दिखाता है की उत्तराखंड में कितनी संभावना है और कैसे एक कुशल नेत्रत्व सभावनाओं को वास्तविक जामा पहना सकता है
इस बजट में स्कूल के बच्चों की मदद से लेकर स्वरोजगार, आवागमन की सुरक्षित व्यवस्था चाहे वह पुल हो ट्रॉली हो या फिर क्रैश बैरियर का मुद्दा बजट में सभी को पूरा सपोर्ट दिया गया है |
ग्राम पंचायतो के साथ ही सांस्कृतिक धरोहरों का भी ख्याल रखा गया है और दुनिया भर से आने वाले यात्रियों के लिए देव भूमि की यात्रा सुगम बनाने की बात की गई है |
पिछले बजट मे पूंजीगत व्यय 24.66 की तुलना में अब 33.42 हजार करोड़ तक होगा ये खुद में दिखता है की अब आधारभूत सुविधायें बढ़ाई जायेंगी जिससे की उत्तरखंड में मार्गों में निवेश बढ़ेगा । वैसे भी डिस्टिनेशन उत्तराखंड मे 3.50 लाख करोड़ का एम.ओ.यू पहले ही हो चुका है ।
साधारण शब्दों में कहे तो यह एक अभूतपूर्व विकाश उन्मुख बजट है जो भारत को 5 ट्रिलियन स्तर की आर्थिकी बनाने में सहयोग के साथ ही दुनिया की तीसरी नंबर की आर्थिक व्यवस्था और भारत को एक विकसित देश की श्रेणी में पहुँचाने में सहयोग करेंगा।