काशीपुर(आरएनएस)।उत्तराखंड के विकास को गति देने के लिए स्टेट इंस्टीट्यूट फॉर एम्पावरिंग एंड ट्रांसफार्मिंग (एसईटीयू) उत्तराखंड और आईआईएम काशीपुर की साझा बैठक हुई। इसके लिए एसईटीयू के उपाध्यक्ष राज शेखर जोशी ने आईआईएम के निदेशक प्रोफेसर कुलभूषण बलूनी, डीन और प्रोफेसर्स के साथ विस्तृत चर्चा की।शनिवार को आईआईएम में हुई बैठक में निदेशक प्रोफेसर बलूनी ने फाउंडेशन ऑफ इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट (एफआईईडी) विंग के साथ ही डिजाइन इनोवेशन सेंटर (डीआईसी) द्वारा ग्रामीण उद्यमियों और कृषि-आधारित स्टार्टअप को सहयोग देने के बारे में बताया। कहा कि पिछले सात साल में फीड ने 200 से ज्यादा स्टार्टअप को सहयोग किया। इनमें 40 फीसदी कृषि आधारित हैं। इन स्टार्टअप ने 112 करोड़ से ज्यादा की राशि भी जुटाई है। उन्होंने बताया कि आईआईएम काशीपुर औद्योगिक क्षेत्रों के करीब है। प्रोफेसर बलूनी ने प्रायोगिक शिक्षा की भूमिका पर जोर देते हुए विभिन्न सरकारी परियोजनाओं में सहायता के लिए आईआईएम काशीपुर को तैयार रहने की बात कही। वहीं एसईटीयू के उपाध्यक्ष जोशी ने उद्यमिता और इनोवेशन में आईआईएम काशीपुर के योगदान को सराहा। जोशी ने राज्य में विभिन्न विकासात्मक पहलों के लिए संयुक्त परियोजनाओं, अध्ययन, प्रशिक्षण और अनुसंधान को आगे बढ़ाने में आईआईएम काशीपुर को समर्थन का आश्वासन दिया। बैठक में परिणाम-उन्मुख अनुसंधान को बढ़ावा देने में डेटा इकोसिस्टम तंत्र की भूमिका पर भी चर्चा की। बैठक में डीन डेवलपमेंट प्रो. कुणाल गांगुली, डीन एकेडमिक्स प्रो. सोमनाथ चक्रवर्ती, एसोसिएट डीन (एडमिन) प्रो. वेंकटराघवन, प्रो. वैभव भमोरिया, प्रो. सफल बत्रा, प्रो. विवेक रॉय और प्रो. बैठक में गार्गी रावत ने हिस्सा लिया।