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उत्तराखंड की सांस्कृतिक आत्मा से जुड़ा एक मर्मस्पर्शी युगल गीत ‘‘आस- त्वे से मिलणै की’’ यूट्यूब पर हुआ लॉन्च

A heart touching duet song “Aas- Tve Se Milane Ki” connected to the cultural soul of Uttarakhand was launched on YouTube
A heart touching duet song “Aas- Tve Se Milane Ki” connected to the cultural soul of Uttarakhand was launched on YouTube

देहरादून- 22 जून 2025- उत्तराखंड में फिल्म डेस्टिनेशन एवं उत्तराखंड सरकार के सपनों को पंख लगाते हुए उत्तराखंड की बेटी द्वारा निर्मित मर्मस्पर्शी युगल गीत ‘‘आस- त्वे से मिलणै की’’ यूट्यूब पर लॉन्च हुआ।

उत्तराखंड की लोक संस्कृति और भावनाओं को संजोए हुए, ‘म्यूज़िकल राब्ता’ के बैनर तले नया गढ़वाली युगल गीत ‘‘आस- त्वे से मिलणै की’’ श्रोताओं के बीच दस्तक दे चुका है। इस गीत को अपनी सुरीली आवाज़ से संवारा है उत्तराखंड की जानी-मानी गायिका श्रद्धा कूहुप्रिया और युवा गायक नियो फर्स्वान ने।
गीत के बोल लिखे हैं प्रदीप फर्स्वान ने और संगीत संयोजन किया है हैदर अली ने।

‘‘आस- त्वे से मिलणै की’’ एक मन को छूने वाला गढ़वाली प्रेम गीत है, जिसमें प्रेम, विरह और मिलन की भावनाओं के साथ उत्तराखंड की सांस्कृतिक जड़ों को बड़े ही भावुक अंदाज़ में प्रस्तुत किया गया है। यह गीत न केवल संगीत प्रेमियों को भावुक करता है, बल्कि उन्हें पहाड़ की मिट्टी और भावनाओं से भी जोड़ता है।

इस गीत की शूटिंग उत्तरकाशी ज़िले के सूदूर स्थलों रैथल, भंगेली गाँव और हर्षिल में की गई है। दो दिनों तक चली इस शूटिंग में कलाकारों और टीम ने रात-दिन की मेहनत के साथ कई यादगार दृश्य कैद किए। इस गीत का निर्देशन किया है निर्देशक युद्धवीर सिंह नेगी (युवी) ने, जिन्होंने इस भावनात्मक कहानी को बहुत ही खूबसूरती से प्रदर्शित किया है।

श्रद्धा कूहुप्रिया उत्तराखंड की एक विशिष्ट आवाज़ बन चुकीं हैं, जो हर भाव और शैली को पूरी आत्मा से निभातीं हैं। चाहे जागर हो, प्रेम गीत, या कोई नृत्य गीत — हर विधा में उन्होंने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया है। इससे पहले उनके चर्चित गीत रहे हैं

‘धुन्याल जीतू बगड्वाल’ – पांड़वाज़ के साथ जागर शैली में, ‘सौं खैकी बोल मेरी’ एक लोकप्रिय प्रेम गीत,
‘छुबकू यारा’ – नरेन्द्र सिंह नेगी जी द्वारा रिलीज़ किया गया था इन गीतों ने श्रद्धा कूहुप्रिया को न सिर्फ प्रसिद्धि दिलाई बल्कि आधुनिकता के इस युग में लोकगायिका के रूप में उनकी उपस्थिति भी दर्ज कराई।

‘‘आस- त्वे से मिलणै की’’ न केवल संगीत का एक सुंदर नमूना है, बल्कि यह उत्तराखंड की समृद्ध परंपरा, प्रकृति और भावनाओं का एक जीवंत चित्र भी है।